केंद्रीय बजट 2022-2023 की बड़ी बातें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को देश का आम बजट पेश किया। इस तेज रफ्तार भरी जिंदगी में हो सकता है आपको कि पूरा बजट पढ़ने का समय नहीं मिले। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप उस बजट का सार जाने जो आपका वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए बेहद अहम है। तो आइये आपको सिंपल प्वाइंटर्स में बताते है बजट का लेखा जोखा।
भारत की विकास दर 9.27 प्रतिशत रहने की उम्मीद
- इस साल के बजट में अगले 25 साल की नींव रखी गई है
- पीएम गतिशक्ति जैसी योजनाओं से बदलाव आ रहा है
- 2022-23 तक 25 हज़ार KM का हाईवे नेटवर्क
- हाईवे के लिए 20 हज़ार करोड़ का खर्च होगा
- मेक इन इंडिया के तहत 60 लाख नौकरियां
- क्लीन एनर्जी हमारी प्राथमिकता है
- एयर इंडिया का विनिवेश पूरा किया गया
- पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान तैयार है
- 100 गतिशक्ति कार्गो स्टेशन तैयार होंगे
- आत्मनिर्भर भारत से 16 लाख नौकरियां दी जाएंगीग्रोथ को बढ़ावा देने पर फोकस जारी
- PPP के तहत 4 मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क बनाएंगे
- MSMEs के लिए ECLGS स्कीम बढ़ी
- ECLGS स्कीम से 1.3 Cr SMEs को फायदा होगा
- 75 जिले में डिजिटल बैंकिंग सुविधओं को बढ़ावा दिया जाएगा
- डिजिटल बैंकिंग सिस्टम को और मज़बूत किया जाएगा
- PM आवास योजना के तहत 80 लाख मकान बनाए जाएंगे
- PM हाउसिंग प्लान पर 48 हजार करोड़ का आवंटन
- नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए प्लान लॉन्च किया
- गति शक्ति स्कीम के तहत नार्थ ईस्ट का विकास
- पूर्वोत्तर के विकास के लिए 1,500 करोड़ रुपये का आवंटन
- उत्तरी सीमावर्ती गांवों के लिए नई स्कीम आएगी
- डिफेंस उपकरण का इंपोर्ट कम करेंगे
- डिफेंस कैपेक्स का 68% हिस्सा घरेलू होगा
- किसानों से रिकॉर्ड खरीदारी की जाएगी ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके
- ऑर्गेनिक खेती पर सरकार का जोर है ताकि किसानों की आमदनी के अवसर बढ़ेगी
- रसायन मुक्त खेती पर ज़ोर
- कृषि क्षेत्र से जुड़े स्टार्टअप को NABARD से फंडिंग
- एग्री यूनिवर्सिटी को बढ़ावा देने पर फोकस
- तेल तिलहन का घरेलू उत्पादन बढ़ाएंगे
- 5 नदियों को आपस में जोड़ा जा रहा है
- ड्रोन के जरिए कृषि पर जोर देंगे, एग्री यूनिवर्सिटी को बढ़ावा देने पर फोकस
- किसानों को MSP के तहत 2.7 लाख करोड़ रुपये दिया जाएगा
- केन-बेतवा रिवर लिंक के लिए 1,400 करोड़ रुपये का आवंटन
- शिक्षा के लिए वन क्लास, वन टीवी चैनल
- PM ई विद्या का दायरा 200 चैनलों तक
- डिजिटल युनिवर्सिटी का गठन करेंगे
- 750 ई लैब्स तैयार किए जाएंगे
- ग्रामीण इलाकों में सस्ते ब्रॉडबैंड की सुविधाएं बढ़ाई जाएगी
- ग्रामीण इलाकों में डिजिटल संसाधन बढ़ाए जाएंगे
- क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एलान: रिजर्व बैंक 2022-23 तक अपनी डिजिटल करेंसी लाएगा
- वर्चुअल डिजिटल असेट से आमदनी पर 30 फीसदी टैक्स
- कॉरपोरेट सरचार्ज 12% से घटाकर 7% किया जाएगा
- रिकॉर्ड 1,40,986 करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रह
- साल 2022-23 से ही जारी किए जाएंगे चिप वाले ई-पासपोर्ट
- मिडिल क्लास को इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं
ये हुआ सस्ता:
- चमड़ा
- कपड़ा
- खेती का सामान
- पैकेजिंग के डिब्बे
- मोबाइल फोन चार्जर
- जेम्स एंड ज्वैलरी, जेम्स एंड ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है
- कट और पॉलिश्ड डायमंड पर भी कस्टम ड्यूटी घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है।
- एमएसएमई को मदद मुहैया कराने के लिए स्टील स्क्रैप पर कस्टम ड्यूटी छूट को 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है।
- मेंथा ऑयल पर कस्टम ड्यूटी को घटाया गया
ये हुआ महंगा:
- कैपिटल गुड्स पर आयात शुल्क में छूट को खत्म करते हुए 7.5 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया गया है।
- इमिटेशन ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई, ताकि इसके आयात को कम किया जा सके। विदेशी छाता भी महंगा होगा।
- इसके अलावा इस साल अक्टूबर से बिना ब्लेंडिंग वाले फ्यूल पर 2 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी लगेगी।
पिछले बजट में क्या हुआ था सस्ता-महंगा?
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डायरेक्ट टैक्स देने वालों को आम बजट 2021 में कोई राहत नहीं दी थी।
- सरकार ने शराब, काबुली चना, मटर, मसूर की दाल समेत कई उत्पादों पर कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस लगाने की भी घोषणा की थी।
- निर्मला सीतारमण ने कस्टम्स में 400 से ज्यादा छूटों की समीक्षा करने का प्रस्ताव दिया।
- कई तरह के कच्चे माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई और कुछ स्टील उत्पादों पर ड्यूटी हटाई गई है।
- इसके अलावा कॉपर स्क्रैप पर ड्यूटी को 5% से घटाकर 2.5% कर दिया गया। मोबाइल्स के कुछ पार्ट्स पर 2.5% ड्यूटी लगाई गई।
- पिछले बजट में कॉटन, सिल्क, प्लास्टिक, लेदर, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स, ऑटो पार्ट्स, सोलर प्रॉडक्ट्स, मोबाइल, चार्जर, इम्पोर्टेड कपड़े, रत्न, LED बल्ब, फ्रिज/एसी और शराब बजट में महंगे हुए हैं।
- वहीं दूसरी ओर नायलॉन के कपड़े, लोहा, स्टील, कॉपर आइटम्स, सोना, चांदी और प्लेटिनम जैसी चीजें सस्ती हुई थीं।
डिस्क्लेमर:
ऊपर व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं और ये आवश्यक रूप से आजादी.मी के विचारों को परिलक्षित नहीं करते हैं।
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